देश के इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए इस बार जेईई मेंस का आयोजन 4 बार होगा । पहला सत्र 23 फरवरी से 26 फरवरी तक होगा । दूसरा सत्र 15 मार्च से 18 मार्च तक होगा । तीसरा सत्र 27 अप्रैल से 30 अप्रैल तक होगा और चौथा सत्र 24 मई से 28 मई तक होगा ।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने यह जानकारी 16 दिसंबर को दी । उन्होंने नई प्रणाली के बारे में बताया कि इस बार छात्रों को 4 सत्रों में अवसर दिए जाएंगे । उन्होंने यह भी कहा कि अगर एक सत्र में कोई विद्यार्थी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया या कोरोना महामारी की वजह से किसी एक सत्र में उपस्थित नहीं हो पाया तो उसे दूसरे सत्र में भी परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा ।
जेईई मेंस की परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ( एनटीए ) लेगी । सभी चार सत्रों में भाग लेना अनिवार्य नहीं है । एक से अधिक सत्रों में विद्यार्थी भाग लेता है तो जिसमें सबसे ज्यादा स्कोर है , उसकी मान्यता होगी । प्रश्नपत्र में कुल 90 प्रश्न होंगे । सेक्शन ए में 75 सवाल हल करने होंगे और सेक्शन बी में 15 वैकल्पिक प्रश्न होंगे , जिसमें कोई भी नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी ।
परीक्षा का माध्यम तीन के जगह 13 भाषाओं में हिन्दी , अंग्रेजी , उड़िया , बंगाली , गुजराती , असमिया , कन्नड़ , मलयालम , मराठी , पंजाबी , तमिल , तेलुगू और उर्दू में रहेगा । ऑनलाइन मोड पर आवेदन भरने का तारीख 16 दिसंबर से 16 जनवरी के बीच है । फीस 17 जनवरी तक ऑनलाइन जमा होगा । एक ही बार में अपने सहूलियत के अनुसार सभी छात्र चार सत्रों के लिए फीस जमा कर सकते हैं ।



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