असफलता मुसीबत कष्ट हमारे साथी है,
पर हमारा अंतिम प्रयास अभी बाकी है,
हार से लड़ जा तू मंजिल पे डट जा तू,
कोई बोले कुछ भी मेहनत पे अड जा तू,
गिर संभल उठ मेहनत को हथियार बना,
और मंजिल पे तू अपना अधिकार जमा,
बन जा ऐसा तू की तूफान तेरे पीछे हो,
अगर कोई नीचे हो असफलता ही तेरे नीचे हो,
हम हार के फ़िर लड़ेंगे पर रुकेंगे नहीं,
मौत मंज़ूर है पर कायर बनेंगे नहीं,
असफलता मुसीबत कष्ट हमारे साथी है,
पर हमारा अंतिम प्रयास अभी बाकी है।
मिट्टी को तो तू अपना सिंगार बना,
पसीने को तो तू अपना प्यार बना,
दहार अपना जग को सुना दे तू,
अपने साहस को फ़िर जगा ले तू,
फिर गगन,अम्बर तब तेरे साथ होगी,
धरती भी फ़िर तुझे तब स्वीकार लेगी,
यह हार है तेरा पर अभी अंत नहीं,
जो मेहनत है तेरा वो अनंत ही सही,
असफलता मुसीबत कष्ट हमारे साथी है,
पर हमारा अंतिम प्रयास अभी बाकी है।


