Meme संस्कृति – हम कहाँ जा रहे हैं ?

Meme संस्कृति – हम कहाँ जा रहे हैं ?

वर्तमान में हम समय के उस दौर में जी रहे हैं, जहाँ इतनी बड़ी दुनिया सिमटकर एक छोटे से वैश्विक गाँव में तब्दील  हो गयी है | आज अगर हमें किसी भी जगह की खबर जाननी होती है तो बस सामाजिक मीडिया पर लॉग इन करना होता है | सामाजिक मीडिया एक ऐसा मंच है जो “वसुधैव कुटुम्बकम” के उद्देश्य को चरितार्थ करता है | यह देश- विदेश से संबंधित सूचनाओं को कुछ ही क्षणों में सभी लोगों तक पहुँचा देता है | यही कारण है कि हम दूर रहते हुए भी एक- दूसरे से जुड़े रहते हैं एवं घर बैठे अपनी मनचाही स्थलों की जानकारी प्राप्त कर उनका लुफ़्त उठा सकते  हैं | सामाजिक मीडिया अब लगभग हर व्यक्ति की दिनचर्या का हिस्सा और कुछ लोगों की ज़रूरत बन गया है | ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा के बल पर इस मंच को ही अपने जीवन- यापन का ज़रिया बना लिया है | ये लोग विभिन्न तरीकों द्वारा आम जनता का मनोरंजन करते हैं, एवं कुछ मामलों में मददगार भी साबित होते हैं | इन्हीं तरीकों में एक तरीका है Meme जो वर्तमान में काफ़ी प्रचलित है, और धीरे- धीरे यह एक संस्कृति का रूप लेता जा रहा है | 

Meme शब्द का अर्थ एक प्रकार के विचार या व्यवहार से संबंधित है जो व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है | इस शब्द की उत्पत्ति “Richard Dawkins ” की 1976 में प्रकाशित हुई किताब “The Selfish Gene” से हुई थी, और आज यह हमारे बीच जानकारी का मुख्य स्रोत बन गया है | Meme कई प्रकार के हो सकते हैं, जैसे- हास्यजनक, प्रेरणादायक, व्यंग्यपूर्ण, उदासीन आदि | ये ‘गागर में सागर भरने’ की कहावत का उपयोग कर बड़ी बात को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करते हैं, एवं इसी गुण के कारण ये हमारे बीच अत्यधिक लोकप्रिय होते जा रहे हैं | इसके अलावा Memes हर व्यक्ति की समझ में आ जाते हैं, फिर चाहे वह किसी भी भाषा में वर्णित हो | ये विभिन्न उम्र समूहों को जोड़कर उनमें प्रेम- सदभाव की भावना को जगाता है | ये राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, एवं अन्य ख़बरों को आसान तरीके से लोगों के बीच बातचीत के माध्यमों को जन्म देते हैं। इन लाभों के साथ ही Memes वैश्वीकरण की योजना को सफल बनाते हैं, एवं सामाजिक बुराइयों जैसे- रंगभेद, जातिभेद, सरकारी भेदभाव, लिंगभेद, धर्मभेद आदि का अंत करने में सहयोग करते हैं | अतः Memes सामाजिक पहलुओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, तथा इनके उपयोग से लोगों में जागरूकता फैलाई जाती है। 

जिस प्रकार Memes हमारे समाज में अहम भूमिका निभाते हैं, उसी प्रकार कुछ लोगों ने इन्हें, इनकी बढ़ती लोकप्रियता क कारण आने वाली पीढ़ियों के लिए घातक भी बताया है।  उनका मानना है कि ये बच्चों एवं युवाओं का गलत मार्गदर्शन करते हैं। हालांकि, ये बात बिल्कुल सही भी  है क्योंकि जिस प्रकार Memes का मतलब बदलता जा रहा है, वह वास्तव में व्यक्तियों में गलत धारणाएँ पैदा कर सकता है। आजकल इन्हें बनाने की कोई निर्धारित सीमा नहीं बची है | आधुनिक तकनीकियों के द्वारा  ऐसे बहुत से apps की रचना कर दी गयी है, जो Memes बनाने में सक्षम हैं,और यह सभी के मोबाइल पर उपलब्ध भी हैं | इस कारण Memers (जो Memes की रचना करते हैं ) अपना अधिकतम वक़्त Meme material ढूंढने में व्यतीत करते हैं और अधिक सोच- विचार किये बिना ही उन्हें viral कर देते हैं | ऐसा करने से कुछ व्यक्तियों की भावनाओं को ठेस पहुँचती है, जो उन्हें आत्मग्लानि का अनुभव कराती है | कई बार कुछ लोगों की गलतियों को ही Meme का रूप दे दिया जाता है, और उन्हें समाज में शर्मसार होना पड़ता है | कुछ Memes सांप्रदायिकता फ़ैलाने का भी काम करते हैं, जो कभी-कभी भेदभाव को बढ़ावा भी दे सकता है | सामाजिक मीडिया पर कई बार कुछ Memes अफवाहों से भरे हुए होते हैं, जो लोगों में शंका की स्थिति पैदा कर देते हैं | इस प्रकार के Memes अधिकतर लड़ाई- झगड़ों, दंगों, एवं आपसी फूट का कारण बनते हैं | आजकल लोग अश्लील Memes की तरफ आकर्षित होते हुए दिख रहे हैं, जो की युवाओं में गलत भावनाओं को उत्तेजित करता है, और दुष्कर्मों, घरेलु हिंसा जैसे मामलों को बढ़ावा भी देता है | इसके साथ ही Memes में लत लगाने की क्षमता होती है, और जो एक बार इनकी ओर मुग्ध हो जाता है, वह फिर कभी इनसे बाहर नहीं निकल पाता और आगे चलकर ये उनको शारीरिक एवं मानसिक दोनों तरह से कमजोर कर देते हैं | अर्थात Memes का बदलता स्वरुप हमारी वर्षों पुरानी संस्कृति के लिए ज़हर सामान है, और अगर यह इसी प्रकार चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब हम Meme संस्कृति के घेरे में आकर अपनी वास्तविक पहचान को खो देंगे | 

Memes, चाहें अच्छे हो या बुरे, इन्होंने हमारे बात करने एवं सोचने के तरीकों में काफी बदलाव लाये हैं | आज के समय में जिस गति से हम तरक्की की ओर बढ़ रहे हैं, उससे Memes और Memers को बहुत फायदे हो रहे हैं | यही कारण है कि, आये दिन सामाजिक मीडिया के हर भाग में इनका ही वर्णन होता है | Memes बनाकर viral करना तब तक ही अच्छा  साबित होता है  वह किसी के मान- सम्मान को हानि न पहुंचाए | इसलिए लोगों को चाहिए कि सिर्फ़ अपने मनोरंजन एवं कमाई के लिए किसी भी गलत सन्देश को बढ़ावा न देकर उसका विरोध करें और आने वाली पीढ़ियों के लिए अच्छे विचारों का गठन करें | Memes को हानिकारक रंगों में न रंगे एवं अपनी संस्कृति को बचाने और अमर करने की ओर अपना योगदान दें | 

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Niharika

Student at Ashoka University.